इंदौर। इंदौर में सोमवार से जी-20 कृषि समूह की बैठक शुरू होगी। इसमें जी-20 के 19 सदस्य देशों के प्रतिनिधियों के अलावा 10 विशेष आमंत्रित देश और 10 अंतरराष्ट्रीय संगठनों के 100 प्रतिनिधि शामिल होंगे। तीन दिन विभिन्न देशों के प्रतिनिधि कृषि से जुड़े विभिन्न विषयों पर चर्चा कर प्रस्ताव तैयार करेंगे।
प्रदेश की कृषि संस्कृति के दर्शन कराने के लिए आयोजन स्थल पर छोटा गांव तैयार किया गया है। वहीं, प्रदर्शनी में विभिन्न राज्यों की कृषि व वन संपदा प्रदर्शित की गई है।
यह बैठक 13 से 15 फरवरी तक बायपास स्थित ग्रांड शेरेटन होटल में होगी। बैठक से पहले प्रतिनिधि 13 फरवरी को सुबह 8.30 बजे से हेरिटेज वाक में शामिल होंगे। दोपहर एक बजे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान कार्यक्रम स्थल पर प्रदर्शनी का शुभारंभ करेंगे। इसके बाद वे प्रतिनिधियों को संबोधित भी करेंगे।
चार सत्रों में कृषि से जुड़े मुद्दों पर मंथन
दोपहर दो बजे कृषि समूह की बैठक की घोषणा होगी। उपहार में मोटे अनाज के हैम्पर्स, बांस की चटाई, चंदेरी शाल और गौंड पेंटिंग प्रतिनिधियों को दी जाएगी। जी-20 अंतरराष्ट्रीय आर्थिक सहयोग का प्रमुख मंच है। इसमें 19 देश सदस्य है। इसकी अध्यक्षता 30 नवंबर 2023 तक भारत के पास है। भारत में 55 स्थानों पर जी-20 की बैठक होनी है। प्रदेश की राजधानी भोपाल में जनवरी में जी-20 समूह की बैठक आयोजित हो चुकी है।
19 देशों के प्रतिनिधि होगे शामिल
इसमें 19 सदस्य देश इंडोनेशिया, ब्राजील, अर्जेंटीना, आस्ट्रेलिया, कनाडा, चीन, यूरोपियन यूनियन, फ्रांस, जर्मनी, इटली, जापान, कोरिया, मैक्सिको, रूस, सऊदी अरब, साउथ अफ्रीका, तुर्किये, यूके, यूएसए के अलावा 10 आमंत्रित देश बांग्लादेश, मिस्र, मारीशस, नीदरलैंड, नाइजीरिया, ओमान,सिंगापुर, स्पेन, यूएई, वियतनाम के प्रतिनिधियों के अलावा विश्व बैंक, एशियन डेवलपमेंट बैंक सहित 10 अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं के प्रतिनिधि भी शामिल होंगे। सभी प्रतिनिधियों के भोजन में मोटे अनाज बाजरा, रागी, ज्वार, कुटकी के पकवान भी शामिल रहेंगे।