प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने किया इंदौर में गोबर-धन बायो सीएनजी प्लांट का लोकार्पण

इंदौर| प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि इंदौर और मध्यप्रदेश स्वच्छता के क्षेत्र में देश में नई इबारत लिख रहे हैं। स्वच्छता के क्षेत्र में इंदौर देश और विदेश में मॉडल बन गया है। इंदौर में स्वच्छता के क्षेत्र में अद्भूत कार्य हुए हैं। इसके लिये यहां की जनता, जनप्रतिनिधि, शासन-प्रशासन बधाई के पात्र हैं। स्वच्छता के लिये इंदौर और मध्यप्रदेश के अनेक शहरों में विभिन्न नवाचार किये जा रहे हैं। स्वच्छता से जीवन जीने का तरीका बदला है। पर्यावरण में सुधार आ रहा है। रोजगार के नए अवसर भी पैदा हो रहे हैं। स्वच्छता से हमें बहुआयामी लाभ मिल रहे हैं।
प्रधानमंत्री श्री मोदी इंदौर के गोबर-धन बायो सीएनजी प्लांट के वर्चुअली लोकार्पण समारोह को संबोधित कर रहे थे। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने संबोधित करते हुये देवी अहिल्याबाई होल्कर के सेवा कार्यों का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि इंदौर का नाम आते ही देवी अहिल्याबाई के सेवा-भाव का ध्यान आता है। इंदौर ने देवी अहिल्याबाई की प्रेरणा को कभी खोने नहीं दिया है। इसी प्रेरणा से इंदौर ने स्वच्छता के क्षेत्र में देश-विदेश में अपनी नई पहचान बनाई है। नागरिक कर्तव्यों का भी इंदौर ने बेहतर उदाहरण प्रस्तुत किया है। यहां के लोग जितने अच्छे हैं, उतने ही अच्छे उनके कार्य भी हैं। इंदौर में अब सेंव के साथ सेवा की पहचान भी जुड़ गई है। श्री मोदी ने कहा कि देवी अहिल्या बाई होल्कर की स्मृतियों को संजोए रखने के लिये काशी विश्वनाथ धाम में देवी अहिल्या बाई की आकर्षक प्रतिमा लगाई गई है। श्री मोदी ने कहा कि इंदौर में कचरे के निपटान के लिये बेहतर कार्य हुए हैं। इंदौर के देवगुराड़िया स्थित ट्रेचिंग ग्राउण्ड इसका बेहतर उदाहरण है। देवगुराड़िया में कुछ वर्षों पूर्व कूड़े-कचरे का पहाड़ था, अब इस पूरे क्षेत्र को ग्रीन जोन में बदल दिया गया है। उन्होंने कहा कि देश में आने वाले दो-तीन वर्षों में सभी शहरों में कूड़े-कचरे के पहाड़ों को ग्रीन जोन में बदला जायेगा। श्री मोदी ने कहा कि कचरे के निपटान के लिये केन्द्र सरकार द्वारा विशेष प्रयास किये जा रहे हैं। गीले कचरे के निपटान की विशेष व्यवस्था हो रही है। इससे जहां एक ओर स्वच्छता में मदद मिलेगी, वहीं दूसरी ओर अतिरिक्त आमदनी प्राप्त होगी और रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे। इसके लिये गोबर-धन योजना का प्रभावी क्रियान्वयन किया जा रहा है। गौबर-धन योजना कचरे से कंचन बनाने की महत्वपूर्ण योजना है। इस योजना के क्रियान्वयन से प्रदूषण में भी कमी आएगी। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार द्वारा समस्याओं का स्थाई समाधान दिया जा रहा है। स्वच्छता अभियान इसका बेहतर उदाहरण है। उन्होंने स्वच्छता अभियान में सफाई कर्मियों द्वारा दिए जा रहे योगदान की खुलकर सरहाना की। उन्होंने कहा कि स्वच्छ भारत में इनका महत्वपूर्ण योगदान है। हर देशवासी इनका ऋणी है। अनेक चुनौतियों के बावजूद भी सफाई कर्मी दिन-रात सफाई और सेवा के कार्य में लगे रहते है। उनका पूरा अभिनंदन।

वेस्ट टू वेल्थ के सिद्धांत के क्रियान्वयन का उत्तम उदाहरण इंदौर – मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का नेतृत्व भारत के प्रगति और विकास के लिए स्वर्णकाल सिद्ध हुआ है। वसुधैव कुटुम्बकम के मंत्र के साथ प्रधानमंत्री श्री मोदी ने पर्यावरण संरक्षण और स्वच्छता के क्षेत्र में विश्व को एक नई दिशा दी है। प्रधानमंत्री श्री मोदी के सर्कुलर इकोनॉमी एवं वेस्ट टू वेल्थ के सिद्धांत को मध्यप्रदेश सरकार ने पूरी गंभीरता के साथ धरातल पर उतारने का प्रयास किया है। इसका उत्तम उदाहरण इंदौर में स्थापित किया गया बायो-सीएनजी प्लांट है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि इंदौर अदभुत शहर है, जनभागीदारी का उत्तम उदाहरण देते हुये इंदौर आज स्वच्छता के क्षेत्र में ऊंची उड़ान भरने जा रहा है। इंदौर एक मात्र ऐसा शहर है जहां 6 प्रकार के कचरे को सेग्रेगेट किया जाता है। यहां जीरो वेस्ट वार्ड और सड़को के साथ-साथ 21 बाजार क्षेत्रों को जीरो वेस्ट बनाया गया है। इंदौर में सिंगल यूज प्लास्टिक को पूरी तरह प्रतिबंधित करते हुए “मैं हूं झोलाधारी इंदौरी” की शुरुआत की गई है। नदियों के पुनर्जीवन से लेकर नदी-नाला टेपिंग के कार्य यहां किए जा रहे हैं। मध्य प्रदेश के अनेक शहर वेस्ट टू वेल्थ के सिद्धांत को जमीनी स्तर पर क्रियान्वित करने की दिशा में अग्रसर है। इंदौर के गोबर-धन प्लांट में गोबर और गीले कचरे का उपयोग गैस के उत्पादन में किया जाएगा। यह गैस शहर की 400 सिटी बसों को संचालित करेगी। आत्मनिर्भर देश तथा आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश के निर्माण के लिए मध्यप्रदेश सरकार दृढ़ संकल्पित है।
“सर्कुलर इकोनामी” के सिद्धांतों के अनुरूप है बायो सीएनजी प्लांट- हरदीप पुरी
केन्द्रीय आवासन एवं शहरी कार्य मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि “आज से चार वर्ष पहले जब मैं इंदौर एक कान्फ्रेंस के लिए आया था तब जापान देश से शामिल हुए मंत्री से चर्चा के दौरान उन्होंने बताया कि इंदौर शहर में उन्होंने बहुत कुछ देखा पर कचरा नहीं देखा। इंदौर भारत का सबसे स्वच्छ शहर है इसमें कोई दो राय नही है।” मंत्री श्री पुरी ने कहा कि इंदौर दुनिया भर में स्वच्छता का सर्वोच्च उदाहरण है। लगातार 5 वर्षों से स्वच्छता सर्वेक्षण में प्रथम आकर इंदौर ने देश में अपना कीर्तिमान स्थापित किया है। इंदौर की सफलता का श्रेय प्रदेश की सरकार को जाता है। इंदौर के साथ-साथ प्रदेश के अन्य शहर भी स्वच्छता के क्षेत्र में उल्लेखनीय प्रदर्शन कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी द्वारा वेस्ट टू वेल्थ के सिद्धांत पर जोर दिया जाता रहा है, इसलिए इंदौर का यह बायो सीएनजी प्लांट हमारे लिए एक बड़ी उपलब्धि है। सीओपी-26 में प्रधानमंत्री श्री मोदी द्वारा लिए गए संकल्प की पूर्ति की दिशा में यह एक विशेष कदम है। इंदौर गार्बेज मुक्त शहर और सस्टेनेबल विकास की दिशा में एक नई मिसाल कायम करने जा रहा है।

सीएनजी प्लांट से वायु गुणवत्ता में होगा सुधार – लालवानी
सांसद शंकर लालवानी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वच्छता के आह्वान पर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में इंदौर के जनप्रतिनिधियों, अधिकारियों, स्वच्छता मित्रों एवं शहर की जनता ने लगातार पांच बार स्वच्छता सर्वेक्षण में प्रथम स्थान हासिल किया है, जो न केवल इंदौर शहर बल्कि प्रदेश के लिए भी एक बड़ी उपलब्धि है। इंदौर में स्थापित किया गया एशिया का सबसे बड़ा बायो सीएनजी प्लांट न केवल प्रदूषण के स्तर को कम करेगा, बल्कि वायु गुणवत्ता में भी सुधार लाएगा। 19.02.2022