नई दिल्ली। देश में फिलहाल कोरोना की तीसरी लहर की संभावना जतायी जा रही है। साथ ही विशेषज्ञों का मानना है कि कोरोना की तीसरी लहर का बच्चों पर अधिक प्रभाव बताया जा रहा है लेकिन बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता कोरोना से निपटने में सक्षम है। ऐसे में देशभर में बच्चों को शीघ्र ही ऑनलाइन कक्षा से मुक्ति मिल सकती है। भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद ने भी स्कूल खोलने के पक्ष में अपना सकारात्मक मत दिया है।
विशेषज्ञों की राय के बाद माना जा रहा है कि देशभर में शीघ्र ही बच्चों के लिए स्कूल खुल जाएंगे। भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद-आईसीएमआर के महानिदेशक बलराम भार्गव का मानना है कि प्राथमिक विद्यालय पहले खोले जाने चाहिए क्योंकि छोटे बच्चे कोरोना वायरस का आसानी से मुकाबला कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना की तीसरी लहर के दौरान यूरोप में कहीं भी प्राथमिक विद्यालय बंद नहीं किए गए थे। यहां भी कक्षा पहली से पांचवीं तक के बच्चों को पहले स्कूल बुलाया जा सकता है लेकिन उसके पहले सभी शिक्षकों और कर्मचारियों का अनिवार्य रूप से टीकाकरण किया जाना चाहिए।
विभिन्न राज्यों में स्कूल खुलने की जानकारी
मध्यप्रदेश- यहां स्कूल खोलने की तैयारी है। राज्य सरकार ने कहा है कि 26 जुलाई से 50 फीसदी उपस्थिति के साथ कक्षा 11 और 12 के बच्चों के लिए खोले जाएंगे।
उत्तर प्रदेश- यहां 1 जुलाई से प्रशासनिक कार्यों के लिए तो स्कूल खुल चुके हैं, लेकिन बच्चे अभी तक स्कूल नहीं आए हैं। बच्चों की ऑनलाइन कक्षाएं जारी है।
बिहार- 50 फीसदी उपस्थिति के साथ 10वीं और 12वीं कक्षा के बच्चों के लिए स्कूल खुल चुके हैं।
हरियाणा-यहां 16 जुलाई से 9वीं और 12वीं कक्षा के बच्चों के लिए स्कूल खोल दिया गया है। 23 जुलाई से छठी से आठवीं तक के बच्चों को भी स्कूल बुलाया जाएगा।
महाराष्ट्र-कोरोना की बुरी तरह मार झेल चुके महाराष्ट्र ने 15 जुलाई से कक्षा आठ से 12 तक के बच्चों के लिए स्कूल खोल दिया है।
उड़ीसा- यहां 26 जुलाई से 10वीं और 12वीं के स्कूल खोलने की घोषणा हो चुकी है।
तेलंगाना-राज्य सरकार ने एक जुलाई से स्कूल खोलने का फैसला किया था लेकिन तीसरी लहर की आशंका के कारण यह फैसला रद्द करना पड़ा। फिलहाल बच्चों की ऑनलाइन कक्षाएं ही जारी है।
दिल्ली- कोरोना की तीसरी लहर की आशंका को देखते और टीकाकरण पूरा नहीं होने के कारण दिल्ली सरकार ने अभी स्कूल नहीं खोलने का फैसला किया
स्कूल को तीसरी लहर की समीक्षा करने के बाद ही खोलना चाइए क्योंकि बच्चे देश का भविष्य है
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